सोमवार, 22 मई 2017

हलाला ?




मेरे घर में वाल पेंटिंग करने वाले बबलू ने अचानक दोपहर ३ बजे बताया कि उसे अब घर जाना है, क्योंकि उसकी बहन का आज निकाह है | मैं चौंकी क्योंकि उसने मुझे सुबह से  जिक्र तक नहीं किया था |  मैंने कहा , अरे, जरूर जाओ लेकिन पहले क्यों नहीं बताया ? तुमसे क्या काफी छोटी है?  तो वह बोला  कि असल में उसका निकाह दोबारा हो रहा है |  
अच्छा ... 

हाँ, बबलू का नाम इसरार भी है| 

फिर उसने पूरी बात बतायी कि उसके बहन का  निकाह पहले वाले शौहर के साथ हो रहा है और दूसरा निकाह जिस आदमी के साथ हुआ था वह निकम्मा और आलसी निकला | 

जब पूछा, पहले वाले से तलाक़ क्यों हुआ था ? तब बताया पहला वाला शराबी था , बहुत परेशान करता था | तब फिर से पहले वाले से क्यों?  क्योंकि अब वह पहले से सुधर गया है और हमारे पापा भी नहीं रहे | तो एक आदमी तो घर में चाहिए| और बच्चें ? हाँ, पहले से एक बेटी दुसरे से दो बेटियाँ |   

यानि यह तीसरा निकाह था ...

अच्छा, "हलाला " शब्द से वह अनभिज्ञ था लेकिन यह कुप्रथा उसके समाज में प्रथा के रूप में जड़ो में व्याप्त दिखीं | और उस से बात कर के लगा जैसे ... जाने दीजिये अब |     

मुझे ऐसे लॉजिक समझ में तुरंत आ गए और शायद आपको भी  ...   

- निवेदिता दिनकर 
  २२/०५/२०१७ 
  
तस्वीर : इस छोटी सी बच्ची से मुलाक़ात ताजमहल परिसर में हुई थी | 

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