सोमवार, 20 मार्च 2017

बेटी बनाम बहू



- कुछ दिनों पहले वृद्धाश्रम जाना हुआ । मेरी मुलाक़ात वहाँ एक अम्मा से हुई । काफी चुपचाप खड़ी थी। 
मुझे बताया गया कुछ दिनों पहले एक रात लगभग २ बजे उनका  बेटा  उन्हें वृद्धाश्रम  के गेट पर छोड़कर चला  गया । अम्मा को  झूठ बोलकर लखनऊ से लाया गया था। 

- बेटे द्वारा पिटे जाने से क्षुब्ध माँ वृन्दावन चली गयी।  पहले पिता अपने बेटे की तरफदारी करता था , अब शायद वह भी पत्नी के साथ वृन्दावन में है।

क्या ऐसी करतूत केवल बेटे ने ही की होगी ?
बेटियों, जब तुम बहू बनती हो, तब सास माँ नहीं होती, क्या ?    

 - निवेदिता दिनकर 
   20/03/2017

फ़ोटो : उर्वशी दिनकर , लोकेशन - मसूरी 



कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें