बुधवार, 1 जुलाई 2015

कीचड़ में फुटबॉल



निराली चीज़ों से सुसज्जित बंगाल की एक अजब निराली बात, बारिश के मौसम में कीचड़ से सने फुटबॉल खेलने की सनक, भी है। 

यूँ ही राह गुजरते, जब झमाझम बारिश में कीचड से सने मैदान में  खेलते हुए कीचड से लथपथ लड़को को देखा तो उनका जज़्बा जूनून जोश ही नज़र आया। पूरा का पूरा शरीर कीचड में सना था और दबा के फुटबॉल खेला जा रहा था। बिलकुल बेपरवाह बेतकल्लुफ दीवानों की तरह। खड़े होकर कुछ देर भीगकर उनको देखना बहुत अच्छा लगा। एकदम निश्छल स्कूली बालक से प्रतीत हो  रहे थे।   

असल में एक बात और भी है कि फुटबॉल बंगाल में धर्म के तौर पर लिया जाता है और बादल, बिजली, बरसात कुछ भी, इस महान खेल के बीच नहीं आ सकती और कदापि आनी भी नहीं चाहिए।  ऐसी ही कुछ चीज़ों को आने वाले जेनेरेशन तक लेकर  जाना भी तो है क्योंकि कुछ दाग सचमुच बहुत अच्छे होते है, है न …

अब माँ घिसती रहे रिन, तो क्या !!     

- निवेदिता दिनकर     
  01/07/2015     
  
पहली तस्वीर - गूगल से साभार 
दूसरी  तस्वीर- मेरे कैमरे से 'भीगी रुत', लोकेशन कोलकाता  

1 टिप्पणी:

  1. आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल शुक्रवार (03-07-2015) को "जब बारिश आए तो..." (चर्चा अंक- 2025) पर भी होगी।
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    सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है।
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    चर्चा मंच पर पूरी पोस्ट नहीं दी जाती है बल्कि आपकी पोस्ट का लिंक या लिंक के साथ पोस्ट का महत्वपूर्ण अंश दिया जाता है।
    जिससे कि पाठक उत्सुकता के साथ आपके ब्लॉग पर आपकी पूरी पोस्ट पढ़ने के लिए जाये।
    हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।
    सादर...!
    डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'

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